महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने अपने रिटायरमेंट को लेकर उठ रहे सवालों पर दो-टूक जवाब दिया है। पवार ने कहा, “मैं और मेरे सहकर्मी तय करेंगे कि मुझे रिटायर होना चाहिए या नहीं। यह मेरा व्यक्तिगत फैसला होगा। दूसरों को इसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है।”
शरद पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि वह घर पर बैठने वाले नेताओं में से नहीं हैं। उन्होंने कहा, “युवा पीढ़ी को फिर से खड़ा करना है। उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए काम करूंगा। मेरा ध्यान पार्टी को मजबूती देने पर है।”
पवार के इस बयान को उनके आलोचकों और राजनीतिक विरोधियों के लिए जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों में एनसीपी (शरद पवार गुट) को अपेक्षित सफलता नहीं मिली, जिससे उनके नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे थे।
नेतृत्व पर जोर
पवार ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि पार्टी के भविष्य और नेतृत्व को लेकर उनका दृष्टिकोण साफ है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता युवा नेताओं को तैयार करना और पार्टी की नई दिशा तय करना है।

आलोचकों को जवाब
एनसीपी के भीतर और बाहर उनके रिटायरमेंट की चर्चा पर पवार ने तीखा जवाब देते हुए कहा कि यह निर्णय पूरी तरह से उनका होगा। उन्होंने कहा, “दूसरे लोग मेरी भूमिका और रिटायरमेंट पर सवाल क्यों उठा रहे हैं? यह मेरा निजी मामला है।”
पार्टी के भविष्य की तैयारी
पवार ने यह भी संकेत दिया कि एनसीपी के भीतर युवा नेतृत्व को तैयार करने की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। उनके इस बयान से साफ है कि वह फिलहाल सक्रिय राजनीति से पीछे हटने का कोई इरादा नहीं रखते।
महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार एक मजबूत और अनुभवी नेता माने जाते हैं। ऐसे में उनके रिटायरमेंट की अटकलों पर यह बयान राजनीतिक चर्चाओं का नया विषय बन गया है
Leave a Reply