जी20 शिखर सम्मेलन की समूह तस्वीरें हर बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर एकता और सहयोग का संदेश देती हैं। लेकिन इस बार की तस्वीर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की अनुपस्थिति ने सभी को हैरान कर दिया।
जो बाइडेन क्यों नहीं दिखे?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जो शिखर सम्मेलन में सक्रिय रूप से शामिल थे, फोटो से गायब दिखे। माना जा रहा है कि स्वास्थ्य कारणों या थकान के चलते वे इसमें शामिल नहीं हो सके। उनके व्यस्त कार्यक्रम और उम्र को देखते हुए यह निर्णय समझा जा सकता है।
जियोर्जिया मेलोनी की अनुपस्थिति का कारण
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए फोटो से दूरी बनाई। उनके इस फैसले ने अटकलों को जन्म दिया कि कहीं यह इटली की नई कूटनीतिक प्राथमिकताओं का संकेत तो नहीं? हालांकि, इसका कारण अब तक स्पष्ट नहीं किया गया है।
जस्टिन ट्रूडो का दुर्भाग्य
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा। उनकी फ्लाइट में खराबी के कारण वे समय पर सम्मेलन स्थल नहीं पहुंच सके। इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना माना जा रहा है, लेकिन यह उनकी अनुपस्थिति को खासा चर्चा का विषय बना गई।
क्या यह महज संयोग था?
इन तीनों नेताओं की अनुपस्थिति को महज संयोग माना जा सकता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंच पर कुछ भी केवल एक इत्तेफाक नहीं होता। यह सवाल उठता है कि क्या यह वैश्विक ताकतों के बीच बदलते समीकरणों का संकेत है, या फिर सिर्फ परिस्थितियों का खेल?
फोटो का महत्व
जी20 की समूह तस्वीरें कूटनीति और सहयोग का प्रतीक मानी जाती हैं। ऐसे में बड़े नामों की गैरमौजूदगी इसे खास बनाती है। यह न केवल मीडिया में चर्चा का विषय बनी, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी सवाल खड़े कर रही है।
आपकी क्या राय है? क्या यह केवल एक साधारण घटना थी, या इसके पीछे कोई बड़ा संदेश छिपा हो सकता है? अपनी सोच हमारे साथ साझा करें

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