एक चौंकाने वाली खबर के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना में बड़े पैमाने पर इस्तीफों का सिलसिला शुरू हो गया है। करीब 4,500 सैनिकों और 250 से अधिक अधिकारियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के नेतृत्व और नीतियों से बढ़ते असंतोष के कारण उठाया गया है।
भारत के साथ संबंधों को लेकर असंतोष
रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना प्रमुख मुनीर के भारत के साथ संबंधों को लेकर रुख से कई सैनिक और अधिकारी नाखुश हैं। कहा जा रहा है कि मुनीर की नीतियों ने पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है।
“पसंदीदा अधिकारियों को बढ़ावा, आलोचकों को नजरअंदाज”
पाकिस्तान के कई सेवानिवृत्त जनरलों और विश्लेषकों का कहना है कि मुनीर ने सेना में अपने चहेते अधिकारियों को तरजीह दी, जबकि आलोचना करने वालों को हाशिए पर धकेल दिया। इस भेदभावपूर्ण रवैये ने सेना के भीतर गहरा असंतोष पैदा किया है।
धार्मिक कट्टरता का बढ़ता प्रभाव
कुछ सैन्यकर्मी इस बात से भी नाराज हैं कि पाकिस्तानी सेना में धार्मिक विचारधारा का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। उनका मानना है कि सेना एक पेशेवर संस्था होनी चाहिए, न कि किसी धार्मिक एजेंडे का हिस्सा।
क्या यह पाकिस्तानी सेना के लिए बड़ा झटका है?
पाकिस्तान की सेना को हमेशा से देश की सबसे मजबूत संस्था माना जाता रहा है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर इस्तीफे ने सेना के भीतर गहरा संकट पैदा कर दिया है। अगर यह असंतोष और बढ़ता है, तो यह पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।
क्या पाकिस्तान सरकार और आर्मी चीफ इस पर प्रतिक्रिया देंगे?
अभी तक पाकिस्तानी सेना प्रमुख या सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, सैन्य सूत्रों का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द ही कुछ बड़े फैसले आ सकते हैं।
निष्कर्ष: पाकिस्तानी सेना का भविष्य अब अनिश्चित?
यह घटना पाकिस्तानी सेना के लिए एक बड़ा झटका है। अगर असंतोष और बढ़ता है, तो यह देश की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर कर सकता है। आने वाले दिनों में पाकिस्तानी सेना प्रमुख और सरकार क्या कदम उठाती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
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